Singer(s): Raftaar singh
Lyricist: Irshad kamil
अरे, यो! देखो, ये है तेरी लोवे स्टोरी,
सुन ले तू विस्तार में,
इक दिन वो तेरे टेयै दिखी,
और तू भी उसे दिखा,
छत पट्ट पद गये प्यार में,
पहली बार में घायल नज़र,
नज़र के वार में,
लोवे आया एर में,
दिल ये चौथे गियर में,
कभी तुम ना बिछड़ोगे,
ये कसम-वसं लोगे,
फिर टेन्षन लाएगी पास में,
वा! वा! दो बदन, सिंगल जान,
वो जहाँ तू वहाँ,
पीछे तू साए सा,
चारे सी उपर वो, नीचे तू गाए सा,
घर मगर लड़ेगा तू, भिड़ेगा तू,
कमिट जो है करेगा तू,
यहीं फासेगा तू, अब! अब! अब फासेगा तू,
रस्मे बनाते हम, खूद को फ़साते हम,
परमेसरा ओह परमेसरा,
सोशियल दरिंदे है, कहने को बंदे हैं,
परमेसरा ओह परमेसरा, परमेसरा!
गुलित ओं में शर्मों में,
उलझे हैं धर्मों में,
परमेसरा ओह परमेसरा,
तू तो पूर्चॉटं है, दुनिया ही कंडम है,
परमेसरा ओह परमेसरा, परमेसरा!
झूठे झूठे सारे शो-ऑफ ओं के मारे,
हयपोकृतिक बातें, पिछवाड़े पे लातें मारून, में तुम्हारे,
झूठे झूठे सारे होता जो में खोता,
जहाँ चाहे सोता,
बैलों को ना बोले कोई पाजी लुचा,
नंगा पुंगा भी वो चंगा,
तेरे मेरे पे ही लगे रहे ताले,
तूने-मैने डाले कापरे हैं,
सेयेल, जाग ले पगले उथले, भाग ले,
मरके लड़के, छोटी चाड़के,
जिसके चाहे पीछे लग्ले,
अगली धगले, फेरों के फेरों में,
क्यों फ़सा,
सेयेल रोमॅंटिक कन्फ्यूषन में क्यों फ़सा,
इनओर्गॅनिक ईक्वेशन में क्यों फ़सा,
टेडी-मेडी रस्मों से, बाँधे ये कसमों से,
बाँधे ये तो कोई तो टूटेगा,
भेड़ों से चूतेगा, बंब सा फुटेगा,
सोशियली फ़साइए नहीं मैं जो वही मुझे बनाइए,
ये मुझसे धोखड़ा है, मिलर्ड ये मुझसे धोखा है.
रस्में बनाते हम, खुद को फ़साते हम,
परमेसरा ओह परमेसरा,
सोशियल दरिंदे हैं, कहने को बंदे हैं,
परमेसरा ओह परमेसरा, परमेसरा!
गुलित ओं में शर्मों में,
उलझे हैं धर्मों में,
परमेसरा ओह परमेसरा,
तू तो पुरषॉटं है, दुनिया ही कंडम है,
परमेसरा ओह परमेसरा, परमेसरा!.