चूंदड़ी जयपुर त मंगवाई
र इंडी सोने की घडवाई
चूंदड़ी जयपुर त मंगवाई
र इंडी सोने की घडवाई
गले म कंठी गेर क न
टोकणी चांदी की ठाई
रूप कति निखरा
पाट रया जिकरा
बहु कई मान गी काल्ली
दामण नीचै पेहरि जुत्ती
बण गी देखो चीज कसूती
या गजबण पानी न चाली
गजबण पाणी न चाली
नौलखे न फ़ैल करै तेरे माथे आला टिक्का
आंख्या के काजल क आगै सारा सौदा फीका
नौलखे न फ़ैल करै तेरे माथे आला टिक्का
आंख्या के काजल क आगै सारा सौदा फीका
चाँद का टुकड़ा
बैरण का मुखड़ा
कसूती गाला प लाली
दामण नीचै पेहरि जुत्ती
बण गी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी न चाली
या गजबण पाणी न चाली
या गजबण पाणी न चाली
गजबण पाणी न चाली
पायल भी प्यारी लागै और खुड़का भी अनमोल कति
झुमके भी दिखै स महँगे पाट्या कोन्या तोल कति
पायल भी प्यारी लागै और खुड़का भी अनमोल कति
झुमके भी दिखै स महँगे पाट्या कोन्या तोल कति
या देखो हाँसी
करै बदमाशी
नाक म नथली या डाली
दामण नीचै पेहरि जुत्ती
बण गी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी न चाली
या गजबण पाणी न चाली
या गजबण पाणी न चाली
गजबण पाणी न चाली
अम्बरा आली हूर परी कुछ कोन्या इसके आगै
मुकेश जाजी देख लिये आज भीड़ कुँए प लागै
गाम का मौसम
बण ग्या ओसम
बाजी दिला म टाली
दामण नीचै पेहरि जुत्ती
बण गी देखो चीज कसूती
या गजबण पाणी न चाली
या गजबण पाणी न चाली(x2)
गजबण पानी न चाली….