Singer: Mohammed Aziz feat. Mangal Singh
ख़त्म आख़िर ये मोहब्बत का फ़साना हो गया
हीर की डोली गई, राँझा दीवाना हो गया
दुनिया ने मेरा सब कुछ छीना
दुनिया ने मेरा सब कुछ छीना
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
मिल गया ख़ुदा भी दुनिया से
बस ये शिकवा कर जाना है
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
दुनिया ने मेरा सब कुछ छीना
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
मैं सूरज, चाँद, सितारों को
मिट्टी में आज मिला देता
मैं सूरज, चाँद, सितारों को
मिट्टी में आज मिला देता
ये मेरे बस में होता तो
दुनिया को आग लगा देता
इतनी बेदर्द ये दुनिया हैं
ऐसा बेदर्द ज़माना है
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
दुनिया ने मेरा सब कुछ छीना
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
मैं किस के लिए, किस लिए जियूँ?
अब दिल में कोई आस नहीं
मैं किस के लिए, किस लिए जियूँ?
अब दिल में कोई आस नहीं
अपने ग़म पे रोने के लिए
आँसू भी मेरे पास नहीं
पहले था आशिक़ नाम मेरा
अब मेरा नाम दीवाना है
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
दुनिया ने मेरा सब कुछ छीना
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
सजदे तो करूँगा मैं तुझ को
पर कोई दुआ नहीं माँगूगा
सजदे तो करूँगा मैं तुझ को
पर कोई दुआ नहीं माँगूगा
बस आज के बाद मैं कुछ तुझ से
ऐ, मेरे ख़ुदा नहीं माँगूगा
'गर दामन यार का छुट गया
अब मेरा कौन ठिकाना है?
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
दुनिया ने मेरा सब कुछ छीना
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
मिल गया ख़ुदा भी दुनिया से
बस ये शिकवा कर जाना है
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
नहीं जीना, मुझे मर जाना है
नहीं जीना, मुझे मर जाना है