Lyrics : Javed Akhtar
Singer: Jagjit Singh
दर्द अपनाता है पराये कौन
कौन सुनता है और सुनाए कौन
दर्द अपनाता है...
कौन दोहराए पुरानी बातें
ग़म अभी सोया है, जगाए कौन
वो जो अपने हैं, क्या वो अपने हैं
कौन दुःख झेले, आज़माए कौन
अब सुकूँ है तो भूलने में है
लेकिन उस शख़्स को भुलाए कौन
आज फिर दिल है कुछ उदास-उदास
देखिये आज याद आए कौन
दर्द अपनाता है...
Singer: Jagjit Singh
दर्द अपनाता है पराये कौन
कौन सुनता है और सुनाए कौन
दर्द अपनाता है...
कौन दोहराए पुरानी बातें
ग़म अभी सोया है, जगाए कौन
वो जो अपने हैं, क्या वो अपने हैं
कौन दुःख झेले, आज़माए कौन
अब सुकूँ है तो भूलने में है
लेकिन उस शख़्स को भुलाए कौन
आज फिर दिल है कुछ उदास-उदास
देखिये आज याद आए कौन
दर्द अपनाता है...