Singer: Mohammed Rafi,Lata Mangeshkar
Lyrics: Gulshan Bawra
आपके दिल में जो थोड़ी सी जगा मिल जाए
अपने अरमानों की बेताब काली खिल जाए…
दीवाने हैं दीवानो को
ना घर चाहिए ना घर जा हिए
मोहब्बत भारी इक नज़र चाहिए, नज़र चाईए
जवानी में जवानी के सहारे
हौं जवान, मेरे मेहरबान
मुझे तू ही तू हुंसफर चाहिए,
हुंसफर चाहिए
दीवाने हैं दीवानो को
ना घर चाहिए ना घर जा हिए
मोहब्बत भारी इक नज़र
चाहिए, नज़र छाईए
है सर पह हुमारे
खुला आसमान, खुला आसमान
खुला आसमान
हुमारे लिए है यही अश्हेयान, यही आशियाँ
बिना प्यार के ज़िंदगी कुछ नहीं
बिना प्यार के ज़िंदगी कुछ नहीं
जहाँ प्यार है हर खुशी है वहीं.
हों फोलों भारी चाहे,
चाहे काँटों भारी, हाँ काँटों भर,
चले जिस में तो वो डगर चाहिए, डगर चाहिए
दीवाने हैं दीवानो
को ना घर चाहिए ना घर जा हिए
मोहब्बत भारी इक नज़र चाहिए, नज़र चाईए
निगाहों में ऐसे इशारे हुए, इशारे हुए
इशारे हुए
निगाहों में ऐसे इशारे हुए, इशारे हुए
इशारे हुए
के दिल ने कहा हम तुम्हारे हुए, तुम्हारे हुए
नज़र बन गयी है ज़ुबान प्यार में
नज़र बन गयी है ज़ुबान प्यार में
मज़ा आगेया जीत का हर में
मीलगा वोही जो माँगॉगे
जो दिलदार से मगर प्यार से,
दुआओं में अपनी अस्सर चाहिए, अस्सर चाहिए
दीवाने हैं दीवानो को
ना घर चाहिए ना घर जा हिए
मोहब्बत भरी इक नज़र चाहिए, नज़र चाईए
जवानी में जवानी के
सहारे हौं जवान, मेरे मेहरबान
मुझे तू ही तू हमसफर
चाहिए, हमसफर चाहिए.