Singer(s): Anuradha Paudwal, Nitin Mukesh
Lyricist: Naqsh Lyallpuri
जाते हो परदेस पिया जाते ही खत लिखना
देखो तुम भी खत मेरा पाते ही खत लिखना
जाते हो परदेस पिया ...
लिखना कैसे सफ़र कटा था कैसे गुज़रे वो पल छिन
क्या महसूस किया था तुमने सांझ ढली जब मेरे बिन
कब कब याद हमारी आई कैसे तुमने रात बिताई
जाते हो परदेस पिया ...
अपनी जुदाई के इस पल से पहले खत के आने तक
पल पल की तुम बातें लिखना पूरा खत भर जाने तक
गुमसुम गुमसुम खोई खोई तुम छुपकर कितना रोईं
जाते हो परदेस पिया ...
देख नहीं पायेंगे तुमको ओझल होते ये नयना
लो मैं पलकें मूंद रही हूँ तुम चल दो मेरे सजना
ये तो है इक तरफ़ा विदाई इसमें प्यार की है रुसवाई
जाते हो परदेस पिया ...